Best Trading App 2025 in India: पूरी जानकारी हिंदी में

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दोस्तों! आज हम बात करेंगे बेस्ट ट्रेडिंग(Best trading App) ऐप्स के बारे में।

इस लेख में हम आपको बताएंगे कि ट्रेडिंग करने के लिए कौन-सी ऐप सबसे सही और किफायती है। इसके साथ ही, आप जानेंगे कि डीमेट अकाउंट क्या है, ब्रोकरेज चार्जेस क्या होते हैं, और कौन-सी ऐप्स आपको कम खर्च में ज्यादा फायदा देती हैं। आइए, इसे विस्तार से समझते हैं।

Contents
दोस्तों! आज हम बात करेंगे बेस्ट ट्रेडिंग(Best trading App) ऐप्स के बारे में।Trading Application क्या है और क्यों जरूरी है?ट्रेडिंग ऐप की परिभाषा:बेस्ट ट्रेडिंग ऐप पर गाइड: सभी जानकारी एक ही जगह परबेस्ट ट्रेडिंग ऐप की पहचान कैसे करें?टॉप ट्रेडिंग ऐप्स की सूची1. Zerodha (ज़ेरोधा)2. Groww (ग्रो)3. Angel One (एंजेल वन)4. Upstox (अपस्टॉक्स)चार्ट: ट्रेडिंग ऐप्स की तुलनाअन्य महत्वपूर्ण चार्जेस1. DP चार्जेस:डीपी चार्जेस क्या होते हैं?किस ऐप का चार्ज सबसे कम है?2. ऑटो स्क्वायर ऑफ चार्जेस :चार्जेस कितने होते हैं?निवेश और ट्रेडिंग में ध्यान रखने योग्य बातेंआंतरिक और बाहरी लिंकडीमेट अकाउंट क्या है और इसे खोलना क्यों जरूरी है?डीमेट अकाउंट की भूमिका:डीमेट अकाउंट के फायदे:ब्रोकर चार्जेस क्या होते हैं?ब्रोकरेज चार्जेस के प्रकार:यदि आप नई शुरुआत कर रहे हैं, तो ग्रो और शून्य आपके लिए बेहतर विकल्प हैं।सेबी का नया सर्कुलर क्या कहता है?क्या बदलाव किए गए हैं?फायदा किसे होगा?ट्रेडिंग ऐप चुनते समय किन बातों का ध्यान रखें?कौन-सी ऐप्स नए यूजर्स के लिए बेस्ट हैं?बेस्ट ऐप्स:निष्कर्ष:

Trading Application क्या है और क्यों जरूरी है?

ट्रेडिंग ऐप की परिभाषा:

ट्रेडिंग ऐप्स वह प्लेटफॉर्म हैं जहां से आप शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड, ऑप्शन ट्रेडिंग, और अन्य वित्तीय प्रोडक्ट्स में निवेश या ट्रेड कर सकते हैं।
क्यों जरूरी है?

  1. आसान एक्सेस: आप कहीं से भी निवेश कर सकते हैं।
  2. रीयल टाइम डाटा: शेयर बाजार की लाइव जानकारी मिलती है।
  3. कम शुल्क: ट्रेडिंग ऐप्स पर चार्जेस पारंपरिक तरीकों की तुलना में कम होते हैं।

बेस्ट ट्रेडिंग ऐप पर गाइड: सभी जानकारी एक ही जगह पर

दोस्तों, अगर आप ट्रेडिंग और निवेश की दुनिया में कदम रखना चाहते हैं, तो सबसे पहला सवाल आपके दिमाग में आता है कि “सबसे बेस्ट ट्रेडिंग ऐप कौन सा है?” इस लेख में, हम आपको भारत के टॉप ट्रेडिंग ऐप्स के बारे में विस्तार से बताएंगे।

बेस्ट ट्रेडिंग ऐप की पहचान कैसे करें?

ट्रेडिंग ऐप का चुनाव करते समय निम्नलिखित पॉइंट्स का ध्यान रखें:

  1. लो ब्रोकरेज चार्ज
  2. यूजर-फ्रेंडली इंटरफेस
  3. सिक्योरिटी और ट्रस्ट
  4. फ्री अकाउंट ओपनिंग और लो मेंटेनेंस चार्ज
  5. अच्छा कस्टमर सपोर्ट

टॉप ट्रेडिंग ऐप्स की सूची

1. Zerodha (ज़ेरोधा)

  • फीचर्स:
    • डिलीवरी ट्रेडिंग पर ब्रोकरेज चार्ज शून्य
    • इंट्राडे पर ₹20 प्रति ट्रेड या 0.03%
    • सिक्योर और ट्रस्टेबल
  • मेंटेनेंस चार्ज: ₹300/साल
  • डिलीवरी चार्ज: फ्री

2. Groww (ग्रो)

  • फीचर्स:
    • इन्वेस्टमेंट के लिए बेस्ट
    • म्यूचुअल फंड, स्टॉक्स और एफडी का विकल्प
    • डिलीवरी पर शून्य चार्ज
  • मेंटेनेंस चार्ज: ₹0
  • ब्रोकरेज: ₹20 प्रति ट्रेड

3. Angel One (एंजेल वन)

  • फीचर्स:
    • एडवांस चार्ट और टूल्स
    • इंट्राडे ट्रेडिंग में ₹20 प्रति ट्रेड
  • मेंटेनेंस चार्ज: ₹450/साल
  • यूजर्स: 10 मिलियन+

4. Upstox (अपस्टॉक्स)

  • फीचर्स:
    • कम ब्रोकरेज चार्ज
    • फ्री अकाउंट ओपनिंग
    • स्मार्ट ऑर्डर सिस्टम
  • मेंटेनेंस चार्ज: ₹150/साल
  • डिलीवरी: फ्री

चार्ट: ट्रेडिंग ऐप्स की तुलना

ऐपडिलीवरी चार्जइंट्राडे चार्जमेंटेनेंस चार्जयूजर रेटिंग
Zerodhaफ्री₹20/0.03%₹300/साल4.5/5
Growwफ्री₹20 प्रति ट्रेड₹04.3/5
Angel Oneफ्री₹20 प्रति ट्रेड₹450/साल4.2/5
Upstoxफ्री₹20 प्रति ट्रेड₹150/साल4.1/5

अन्य महत्वपूर्ण चार्जेस

1. DP चार्जेस:

डीपी चार्जेस क्या होते हैं?

डीपी चार्जेस तब लगते हैं, जब आप अपने शेयर को सेल करते हैं।

किस ऐप का चार्ज सबसे कम है?

  1. शून्य ऐप: ₹13
  2. ग्रो: ₹15
  3. एंजल वन: ₹20
  4. Zerodha: ₹13.5

जब भी आप कोई शेयर सेल करते हैं, तो डीपी चार्जेस लगते हैं।

2. ऑटो स्क्वायर ऑफ चार्जेस :

यदि आप इंट्राडे ट्रेडिंग में समय पर अपने शेयर सेल नहीं करते, तो ऐप खुद-ब-खुद आपके शेयर सेल कर देती है।

चार्जेस कितने होते हैं?

  1. ग्रो ऐप: ₹50
  2. एंजल वन: ₹25
  3. शून्य ऐप: कोई चार्ज नहीं
  4. Zerodha: ₹50

सुझाव:
अगर आप इंट्राडे करते हैं, तो शून्य या एंजल वन का चयन करें।

इंट्राडे ट्रेडिंग में शेयर को सेल न करने पर ऑटोमैटिक स्क्वायर-ऑफ होता है।


निवेश और ट्रेडिंग में ध्यान रखने योग्य बातें

  1. फंड सिक्योरिटी:
    हमेशा ऐसे ऐप्स का चुनाव करें जो सेबी (SEBI) से रजिस्टर्ड हों।
  2. कस्टमर सपोर्ट:
    अगर आपको कभी कोई दिक्कत आती है, तो ऐप का सपोर्ट सिस्टम मजबूत होना चाहिए।
  3. चार्ट और एनालिसिस टूल्स:
    एडवांस चार्टिंग सिस्टम और एनालिसिस टूल्स जरूरी हैं, खासकर इंट्राडे ट्रेडर्स के लिए।
  4. इंवेस्टमेंट ऑप्शन्स:
    सिर्फ ट्रेडिंग ही नहीं, बल्कि म्यूचुअल फंड और ईटीएफ में भी निवेश के विकल्प होने चाहिए।

आंतरिक और बाहरी लिंक




डीमेट अकाउंट क्या है और इसे खोलना क्यों जरूरी है?

डीमेट अकाउंट की भूमिका:

यह एक डिजिटल अकाउंट होता है, जहां आपके द्वारा खरीदे गए शेयर या म्यूचुअल फंड इलेक्ट्रॉनिक रूप में रखे जाते हैं।

डीमेट अकाउंट के फायदे:

  1. सेफ्टी: आपके निवेश सुरक्षित रहते हैं।
  2. क्लियर ट्रांजेक्शन: हर निवेश का रिकॉर्ड होता है।
  3. कम खर्च: डीमेट अकाउंट खोलने के चार्जेस काफी कम हो गए हैं।

ब्रोकर चार्जेस क्या होते हैं?

जब आप किसी ऐप से ट्रेडिंग करते हैं, तो ब्रोकर आपसे कुछ चार्ज लेता है। इसे ब्रोकरेज चार्जेस कहा जाता है।

ब्रोकरेज चार्जेस के प्रकार:

  1. डिलीवरी ट्रेडिंग चार्जेस: जब आप किसी शेयर को लंबे समय के लिए रखते हैं।
  2. इंट्राडे ट्रेडिंग चार्जेस: एक ही दिन में शेयर खरीदने और बेचने पर।
  3. फ्यूचर और ऑप्शन ट्रेडिंग चार्जेस: जब आप फ्यूचर या ऑप्शन सेगमेंट में ट्रेड करते हैं।

महत्वपूर्ण टिप:
कई ऐप्स (जैसे शून्य और ग्रो) डिलीवरी ट्रेडिंग पर कोई चार्ज नहीं लेतीं।



यदि आप नई शुरुआत कर रहे हैं, तो ग्रो और शून्य आपके लिए बेहतर विकल्प हैं।


सेबी का नया सर्कुलर क्या कहता है?

क्या बदलाव किए गए हैं?

सेबी ने सभी ब्रोकर ऐप्स को निर्देश दिया है कि ₹4 लाख से कम निवेश पर मेंटेनेंस चार्जेस न लिए जाएं।

फायदा किसे होगा?

  1. छोटे निवेशक: जो ₹4 लाख से कम निवेश करते हैं।
  2. कम शुल्क: अब कम निवेश पर चार्जेस में राहत मिलेगी।


ट्रेडिंग ऐप चुनते समय किन बातों का ध्यान रखें?

  1. लो ब्रोकरेज: कम चार्ज लेने वाली ऐप का चयन करें।
  2. यूजर फ्रेंडली: ऐप को इस्तेमाल करना आसान हो।
  3. सिक्योरिटी फीचर: आपके डाटा की सुरक्षा सुनिश्चित हो।

कौन-सी ऐप्स नए यूजर्स के लिए बेस्ट हैं?

बेस्ट ऐप्स:

  1. ग्रो: शुरुआती यूजर्स के लिए सबसे उपयुक्त।
  2. शून्य: लो चार्जेस और सिंपल इंटरफेस।
  3. एंजल वन: एडवांस फीचर्स के साथ।

निष्कर्ष:

दोस्तों, ट्रेडिंग ऐप का चयन करते समय आपको उसके फीचर्स, चार्जेस, और सेबी के निर्देशों का ध्यान रखना चाहिए। यदि आप ट्रेडिंग में नए हैं, तो ग्रो और शून्य आपके लिए बेहतर हैं।

सुझाव:

  1. एक बार चार्ट और चार्जेस की तुलना करें।
  2. डीमेट अकाउंट खोलने से पहले ऐप की समीक्षा पढ़ें।
  3. लंबी अवधि के निवेश के लिए फ्री अकाउंट ऐप्स चुनें।

स्तों, ट्रेडिंग एक बहुत ही रोचक और मुनाफेदार दुनिया है, लेकिन इसके लिए सही ऐप का चुनाव करना बेहद जरूरी है। उम्मीद है यह गाइड आपके लिए उपयोगी साबित होगी। अपने अनुभव और सवाल नीचे कमेंट करें!

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