नेशनल पेंशन स्कीम (National Pension Scheme): बेस्ट पेंशन फंड मैनेजर कैसे चुनें?
हेलो एडल्ट्स और इन्वेस्टर्स,
आज हम NPS (नेशनल पेंशन स्कीम) के बारे में बात करेंगे। NPS को भारत सरकार ने लॉन्च किया है ताकि लोग अपनी रिटायरमेंट प्लानिंग को मजबूत बना सकें। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे:
- NPS क्या है और यह अन्य रिटायरमेंट प्लान्स से कैसे बेहतर है?
- बेस्ट पेंशन फंड मैनेजर का चुनाव कैसे करें?
- अपनी ज़रूरत के हिसाब से कितना निवेश करें और कैसे सही प्लान बनाएं।
NPS क्या है और इसे क्यों चुनें?
NPS एक लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट स्कीम है, जिसमें आप रिटायरमेंट के लिए पैसा बचा सकते हैं। इसका मुख्य उद्देश्य आपको एक स्थिर पेंशन प्रदान करना है। आइए जानते हैं, क्यों इसे अन्य रिटायरमेंट विकल्पों (जैसे PF, FD, या SIP) से बेहतर माना जाता है:
1. डिसिप्लिन और लॉन्ग-लॉक-इन पीरियड:
- PF, FD या म्यूचुअल फंड्स की तुलना में, NPS में लॉक-इन पीरियड लंबा होता है (55-60 साल तक)।
- यह सुनिश्चित करता है कि आप रिटायरमेंट के लिए एक स्थिर कॉर्पस बना सकें।
- शॉर्ट टर्म और मीडियम टर्म जरूरतें अक्सर रिटायरमेंट प्लानिंग को प्रभावित करती हैं, लेकिन NPS इस कमी को पूरा करता है।
2. टैक्स बेनिफिट्स:
- सेक्शन 80C के तहत ₹1.5 लाख की टैक्स छूट मिलती है।
- इसके अलावा, NPS में अतिरिक्त ₹50,000 की छूट भी है (80CCD(1B) के तहत)।
3. फंड डाइवर्सिफिकेशन:
- NPS का पैसा तीन मुख्य श्रेणियों में निवेश किया जाता है:
- Equity (स्टॉक्स): उच्च रिटर्न पाने के लिए।
- Corporate Bonds: मीडियम रिटर्न के लिए।
- Government Bonds: सुरक्षित और स्थिर रिटर्न के लिए।
- म्यूचुअल फंड्स की तरह, NPS को एक हाइब्रिड फंड माना जा सकता है, लेकिन यह अधिक सुरक्षित है।
4. ऑटो और एक्टिव चॉइस का विकल्प:
- Auto Choice:
- फंड मैनेजर आपकी उम्र और रिस्क प्रोफाइल के आधार पर निवेश को ऑटोमैटिकली डाइवर्सिफाई करते हैं।
- जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, इक्विटी में निवेश कम और सरकारी बॉन्ड्स में ज्यादा होता है।
- Active Choice:
- आप तय कर सकते हैं कि कितना पैसा इक्विटी, कॉर्पोरेट बॉन्ड्स या गवर्नमेंट बॉन्ड्स में जाए।

बेस्ट पेंशन फंड मैनेजर कैसे चुनें?
NPS में कई फंड मैनेजर्स उपलब्ध हैं, और हर एक का परफॉर्मेंस अलग होता है। सही फंड मैनेजर का चुनाव आपके रिटर्न पर बड़ा असर डाल सकता है।
चुनाव के 3 स्टेप्स:
- 10 साल का ट्रैक रिकॉर्ड:
- जिन फंड मैनेजर्स का 10 साल का परफॉर्मेंस स्टेबल और अच्छा हो, उन्हें प्राथमिकता दें।
- ऐसे में, बहुत से नए फंड मैनेजर्स ऑटोमैटिकली एलिमिनेट हो जाते हैं।
- AUM (Assets Under Management):
- फंड मैनेजर के पास कम से कम ₹5000 करोड़ का AUM होना चाहिए।
- यह दिखाता है कि उस फंड में निवेशकों का भरोसा है और वह सही तरीके से मैनेज हो रहा है।
- रोलिंग रिटर्न्स:
- पिछले 5 सालों के दौरान सबसे कंसिस्टेंट रिटर्न देने वाले फंड को चुनें।
- हमारी रिसर्च में, HDFC Pension Fund सबसे आगे रहा, क्योंकि यह निफ्टी 100 इंडेक्स को बीट कर पाया।
NPS में कितना निवेश करें?
NPS में निवेश करने से पहले यह जानना ज़रूरी है कि आपको रिटायरमेंट के समय कितना पैसा चाहिए। इसके लिए 3 फैक्टर्स को ध्यान में रखें:
- मंथली खर्च:
- अभी आप हर महीने कितना खर्च करते हैं।
- रिटायरमेंट की उम्र:
- आप कब रिटायर होना चाहते हैं (उदाहरण: 60 साल)।
- महंगाई दर (Inflation):
- भविष्य में आपके खर्चों पर महंगाई का कितना असर होगा।
कैसे कैलकुलेट करें:
- कॉर्पस का अनुमान:
- मान लीजिए, आपके मौजूदा मंथली खर्च ₹50,000 हैं।
- अगर महंगाई दर 6% है, तो 20 साल बाद यह खर्च ₹1,60,000 हो जाएगा।
- आपको रिटायरमेंट के बाद 20-25 साल तक इस खर्च को मैनेज करना होगा।
- मंथली निवेश:
- अगर आपको रिटायरमेंट तक ₹5 करोड़ चाहिए, तो आपको हर महीने NPS में लगभग ₹15,000-20,000 निवेश करना होगा।
- यह रकम आपकी उम्र और रिटर्न की दर पर निर्भर करेगी।
ऑनलाइन टूल्स का उपयोग करें:
- फिनोलॉजी का Recipe 2.0 एक फ्री टूल है, जहां आप अपने खर्च, उम्र, और निवेश की जानकारी डालकर सही कैलकुलेशन कर सकते हैं।
NPS के अन्य फायदे:
- पेंशन सिक्योरिटी:
- रिटायरमेंट के समय, आप अपने फंड का 60% विड्रॉ कर सकते हैं।
- बाकी 40% से पेंशन प्लान खरीदना अनिवार्य है।
- यह सुनिश्चित करता है कि आपके पास नियमित आय बनी रहे।
- लो-कॉस्ट इन्वेस्टमेंट:
- NPS के मैनेजमेंट चार्जेस अन्य फंड्स की तुलना में कम होते हैं।
- पोर्टेबल अकाउंट:
- NPS अकाउंट को आप नौकरी बदलने या शहर बदलने पर भी जारी रख सकते हैं।

निष्कर्ष:
NPS एक बेहतरीन रिटायरमेंट प्लानिंग टूल है। यह न केवल आपको डिसिप्लिन सिखाता है, बल्कि टैक्स सेविंग और फंड डाइवर्सिफिकेशन के जरिए अच्छे रिटर्न भी देता है।
स्टेप्स:
- अभी से निवेश शुरू करें।
- सही फंड मैनेजर चुनें।
- अपनी ज़रूरत के हिसाब से मंथली निवेश तय करें।
Pro Tip:
फिनोलॉजी के Recipe 2.0 टूल का इस्तेमाल कर अपने रिटायरमेंट गोल्स सेट करें। इससे आप फ्री में एक होलिस्टिक प्लान बना सकते हैं।
तो आज ही शुरुआत करें, ताकि आपका भविष्य सुरक्षित हो सके!
नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) पर अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
1. NPS क्या है?
NPS (नेशनल पेंशन स्कीम) एक रिटायरमेंट सेविंग्स स्कीम है जिसे भारत सरकार ने शुरू किया है। यह आपको रिटायरमेंट के बाद नियमित पेंशन और टैक्स बेनिफिट्स प्रदान करता है।
2. NPS में कौन निवेश कर सकता है?
- भारतीय नागरिक (18 से 70 साल की उम्र के बीच)।
- NRI (नॉन-रेजिडेंट इंडियन्स) भी इसमें निवेश कर सकते हैं।
3. NPS अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं?
NPS में दो प्रकार के अकाउंट होते हैं:
- टियर-I अकाउंट:
- मुख्य रिटायरमेंट अकाउंट।
- इसमें पैसा निकालने की सख्त सीमाएं होती हैं।
- टैक्स बेनिफिट्स मिलते हैं।
- टियर-II अकाउंट:
- वैकल्पिक निवेश अकाउंट।
- कोई लॉक-इन पीरियड नहीं।
- टैक्स बेनिफिट्स नहीं मिलते।
4. NPS में कितना निवेश करना अनिवार्य है?
- टियर-I अकाउंट:
- सालाना कम से कम ₹1000 निवेश करना जरूरी है।
- टियर-II अकाउंट:
- कोई न्यूनतम निवेश सीमा नहीं है।
5. NPS में पैसे कैसे निवेश होते हैं?
NPS का पैसा तीन श्रेणियों में बांटा जाता है:
- इक्विटी (E): शेयर मार्केट में निवेश।
- कॉर्पोरेट बॉन्ड्स (C): प्राइवेट कंपनियों के डिबेंचर्स।
- गवर्नमेंट बॉन्ड्स (G): सरकारी सिक्योरिटीज।
6. ऑटो चॉइस और एक्टिव चॉइस में क्या फर्क है?
- ऑटो चॉइस:
- आपकी उम्र के आधार पर निवेश को ऑटोमैटिकली मैनेज किया जाता है।
- उम्र बढ़ने के साथ इक्विटी में निवेश घटता है।
- एक्टिव चॉइस:
- आप खुद तय कर सकते हैं कि कितना पैसा इक्विटी, कॉर्पोरेट और गवर्नमेंट बॉन्ड्स में जाए।
7. NPS में टैक्स बेनिफिट्स क्या हैं?
- सेक्शन 80C के तहत ₹1.5 लाख तक की छूट।
- अतिरिक्त ₹50,000 की छूट (80CCD(1B) के तहत)।
- कुल मिलाकर ₹2 लाख तक की टैक्स सेविंग हो सकती है।
8. NPS से पैसे कब और कैसे निकाल सकते हैं?
- रिटायरमेंट पर (60 साल):
- 60% पैसा आप विड्रॉ कर सकते हैं।
- 40% पैसा पेंशन प्लान (एन्युटी) में निवेश करना होगा।
- प्री-मेच्योर विड्रॉल:
- 10 साल के बाद 20% तक विड्रॉ कर सकते हैं।
- बाकी 80% पेंशन प्लान में रखना होगा।
- पार्टियल विड्रॉल:
- 3 बार, हर 5 साल में 25% तक।
- यह केवल शिक्षा, शादी, या मेडिकल इमरजेंसी के लिए मान्य है।
9. NPS का रिटर्न कितना होता है?
- NPS का रिटर्न फंड मैनेजर और मार्केट की परफॉर्मेंस पर निर्भर करता है।
- औसतन, यह 8-10% का रिटर्न दे सकता है।
10. क्या NPS में नामांकन (Nomination) संभव है?
हां, आप NPS अकाउंट में 3 नॉमिनी जोड़ सकते हैं।
11. NPS अकाउंट कैसे खोलें?
- ऑनलाइन:
- eNPS पोर्टल के जरिए।
- आधार कार्ड और PAN कार्ड जरूरी है।
- ऑफलाइन:
- किसी भी PFRDA से पंजीकृत बैंक या पोस्ट ऑफिस में।
12. NPS में फंड मैनेजर कौन होते हैं?
आपको फंड मैनेजर चुनने का विकल्प मिलता है। प्रमुख फंड मैनेजर्स:
- HDFC Pension Fund
- SBI Pension Fund
- ICICI Prudential Pension Fund
- LIC Pension Fund
13. अगर NPS में निवेश करना बंद कर दूं तो क्या होगा?
- आपका अकाउंट ‘In-Active’ हो जाएगा।
- इसे फिर से एक्टिवेट करने के लिए पेनल्टी के साथ न्यूनतम योगदान करना होगा।
14. रिटायरमेंट के बाद पेंशन कैसे मिलेगी?
- रिटायरमेंट के बाद 40% पैसा एन्युटी प्लान में जाता है।
- यह पेंशन के रूप में हर महीने आपके अकाउंट में ट्रांसफर होता है।
15. क्या NPS अन्य रिटायरमेंट प्लान्स से बेहतर है?
- PF और FD से बेहतर:
- NPS में रिटर्न ज्यादा होता है (8-10%)।
- म्यूचुअल फंड से सुरक्षित:
- कम जोखिम और टैक्स बेनिफिट्स।
16. क्या NPS में जोखिम (Risk) है?
- इक्विटी में निवेश की वजह से जोखिम हो सकता है।
- लेकिन, गवर्नमेंट और कॉर्पोरेट बॉन्ड्स में निवेश जोखिम को बैलेंस करता है।
17. NPS अकाउंट को ट्रांसफर कर सकते हैं?
हां, आप NPS अकाउंट को अपने नौकरी या लोकेशन बदलने पर भी ट्रांसफर कर सकते हैं।
18. क्या NPS NRIs के लिए फायदेमंद है?
हां, NRI भी इसमें निवेश कर सकते हैं और टैक्स बेनिफिट्स का लाभ उठा सकते हैं।
19. NPS और म्यूचुअल फंड में क्या फर्क है?
- NPS एक लो-कॉस्ट और टैक्स-फ्रेंडली विकल्प है।
- म्यूचुअल फंड ज्यादा फ्लेक्सिबल है, लेकिन इसमें जोखिम और टैक्स ज्यादा हो सकता है।
20. क्या मैं NPS से बाहर निकल सकता हूं?
- हां, लेकिन यह केवल रिटायरमेंट, प्री-मेच्योर एग्जिट, या मृत्यु के मामलों में संभव है।
तो अब आप NPS के बारे में पूरी जानकारी के साथ अपनी रिटायरमेंट प्लानिंग शुरू कर सकते हैं। सही फंड मैनेजर चुनें और समय पर निवेश करें।